पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत, महिला एवं युवा विंग ने सौंपा ज्ञापन — धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप
बिलासपुर।
छत्तीसगढ़ कांति सेना के पदाधिकारी अमित बघेल द्वारा सोशल मीडिया पर सिंधी समाज एवं उनके इष्टदेव भगवान झूलेलाल के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी किए जाने के विरोध में पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत, महिला विंग, युवा विंग सहित सर्व सिंधी समाज ने पुलिस अधीक्षक बिलासपुर को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया गया कि अमित बघेल ने जारी एक वीडियो में सिंधी समाज को “पाकिस्तानी” कहकर संबोधित किया है तथा उनके इष्टदेव परम पूज्य वरुणदेव भगवान झूलेलाल के प्रति आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है। समाज ने कहा कि यह टिप्पणी न केवल सिंधी समाज का अपमान है बल्कि उनकी धार्मिक आस्था और भावनाओं को गहरी ठेस पहुँचाने वाली है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि सिंधी समाज का उद्गम सिंध प्रदेश से है, जो प्राचीन काल से सनातन संस्कृति एवं अखंड भारत का अभिन्न अंग रहा है। समाज ने भारत की स्वतंत्रता, उद्योग, व्यापार और राष्ट्र निर्माण में उल्लेखनीय योगदान दिया है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति द्वारा समाज या उसके आराध्य देवता के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करना अस्वीकार्य है।
समाज ने मांग की कि अमित बघेल के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 196, 298 एवं 302 के अंतर्गत कठोर आपराधिक कार्रवाई की जाए। प्रतिनिधियों ने कहा कि यदि इस प्रकार की विभाजनकारी और धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई नहीं की गई, तो इससे समाज में वैमनस्य और वर्ग संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
ज्ञापन सौंपने के दौरान सिंधी समाज के अनेक पदाधिकारी, महिला विंग की सदस्याएँ एवं युवा प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि ऐसे व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई आवश्यक है ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति किसी समाज, धर्म या आस्था विशेष का अपमान करने का साहस न कर सके
